बीरबल की चतुराई
रामलाल के खेत में ना तो कोई कुआँ था और बारिश ना होने की वजह से सूखा पड़ा हुआ था। चारों तरफ हरियाली की लहर दिखती थी। मगर रामलाल के खेत में सूखे की मार झेलती तबाही ही दिखती थी। उसके खेत से सटा खेत एक सूदखोर और लालची […]
» Read moreहिंदी एक सोच
रामलाल के खेत में ना तो कोई कुआँ था और बारिश ना होने की वजह से सूखा पड़ा हुआ था। चारों तरफ हरियाली की लहर दिखती थी। मगर रामलाल के खेत में सूखे की मार झेलती तबाही ही दिखती थी। उसके खेत से सटा खेत एक सूदखोर और लालची […]
» Read moreरात का अँधेरा घना हो चला था। हवा तेज चल रही थी। बादल बिजली और वज्रध्वनि के साथ आने वाली आंधी की चेतावनी दे रहे थे। लगता था जैसे आज जम कर बारिश होगी और खूब ओले पड़ेंगें। मैना बहुत घबरा गयी थी। अपने घोसले से वो बहुत दूर निकल चुकी थी। समझ में […]
» Read moreबीमार माँ को चाय का प्याला थमा बेटा दवा लेने बाजार चला गया। जब दवा लेकर आया तो माँ ने कहाँ ” बेटा, चाय तो ठंडी हो गयी।” बेटे ने चाय गरम कर के माँ को दी और दवा खाने को कहा। माँ ने जैसे ही चाय का घूँट लिया […]
» Read moreस्कूल से घर पहुँचते ही राजू ने अपना बस्ता दरवाजे पर रखा और सीढ़ियों पर बैठ गया। दरवाजे पर लटका ताला देख समझ गया कि माँ को आज भी दफ्तर से लौटने में देर हो गयी है। पड़ोस वाली वर्मा आंटी ने उसे अंदर आने को कहा तो उसने यह कह “बस […]
» Read moreपहाड़ों में बसे एक गाँव में एक चौधरी साहिब की बड़ी सी हवेली में शेरू और टॉमी नाम के दो कुत्ते रहते थे। उन दोनों कुत्तों को एक दूसरे से बेहद लगाव था। एक दुसरे को देखे बिना चैन नहीं पड़ता था। कभी आपस में खेलते तो कभी एक दुसरे को […]
» Read moreएक गांव जंगल के किनारे बसा था। अक्सर गांव वाले जंगल में टहलने को निकल जाया करते थे। एक दिन एक बुजुर्ग जब जंगल में टहल रहा था तो उसे एक बिल्ली के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। आवाज की तरफ जब वह पहुंचा तो उसने देखा कि एक बिल्ली पेड़ […]
» Read more२६ जनवरी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ गणतंत्र दिवस हर साल २६ जनवरी को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। नई दिल्ली के राजपथ पर इस समारोह का मुख्या आकर्षण होता है। यहाँ हमारे देश के राष्ट्रपति जी परेड की सलामी लेते हैं। इस दिन देश के उपराष्ट्रपति जी, प्रधान मंत्री जी और […]
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